माना हम अदब से बात नही करते पर
ये मानो मतलब से बात नही करते,
ये नरम लहजा ,प्यारी बातें तेरे लिए है,
यकीन मानो हम हर किसीसे ऐसे बात नही करते।
किसी ने एक सवाल पूँछ कर रूला दिया
तुम दोनो यार कब से बात नहीं करते,
खामोशी ने जब हम दोनो पर काबु पा लिया.. प्यार तो कराते रहे पर तबसे बात नहीं करते
या तू भी तंग आ गया है और मैं भी खुश नहीं हूं
या तू भी तंग आ गया है और मैं भी खुश नहीं हूं
चल यार ऐसा कराते हैं अब से बात नहीं करते...-
सब फ़रेब के आईनें हैं…
हाथों में तेरा हाथ होने से ही
मुकम्मल ज़... read more
हिज्र में मैं बस इसी चाल में रहा…
तू पूछ ले कभी मैं किस हाल में रहा…
ये कैसा कैलेंडर मेरे हिस्से इस साल में रहा…
मैं तो दुःख में रहा या मलाल में रहा…
नींद आती थी और खवाब भी हसीं आते थे,
जब तलक उस हसीना की देखभाल में रहा…
मेरे ख्याल से ये ख्याल बुरा भी नहीं है,
बस तेरा ख्याल जो मेरे ख्याल में रहा…
और सबका कॉल उठाया उसने,
मैं इकलौता जो उसकी मिसकॉल में रहा…
कुछ तो बात है उसमे तभी तो,
उसपर लिखा शेर बड़ा बवाल में रहा…
Tiwaribaba….!-
यह कैसा सितम था उनका कुछ पलों की मोहब्बत के लिए
मुझे सालों आजमाया गया,
उन्होंने पहले मेरी फांसी मुकर्रर कर दी,
अदालत मुझे बाद में ले जाया गया।
Tiwari baba..!-
यह कैसा सितम था उनका कुछ पलों की मोहब्बत के लिए
मुझे सालों आजमाया गया,
उन्होंने पहले मेरी फांसी मुकर्रर कर दी,
अदालत मुझे बाद में ले जाया गया।
Tiwari baba ..!-
खूबसूरत रिश्ता है
मेरे और उसके बीच में …!
ज्यादा मैं मांगता नहीं
और कम वो देता नहीं..!!!
Tiwari baba-
कभी बिना मतलब के रिश्ता निभाया क्या तूने..,
जिस्म ना चाह कर इश्क़ रूह से लगाया क्या तुमने..,
कभी बिना मतलब के रिश्ता निभाया क्या तूने..,
और मुझे मत सिखाओ कि इंसानियत किसे कहते हैं
जब ज़मीर ही बचे दिया तो कमाया क्या तूने ....!
Tiwari baba....-
शरीफ़ों को तो सिर्फ़ कुचला जाता है जनाब
यहाँ रुतबा है आनाड़ियो का ,
क़ि तारीफों को तो दबाया जाता है जनाब,
यहाँ रुतबा है आनाड़ियो का ,
और हम मुक़ाबला उनसे करते है जिनमे कोई बात हो
वरना मैदान भरा पड़ा है खिलाड़ियों का....।
Tiwari baba
-
अपना दूसरों से तुलना करते रहोगे,
तो तुम्हारा हुनर कौन निखारेगा ,
अगर हर बात पर अपना तुलना करते रहोगे ,
तो तुम्हारा हुनर कौन निखारेगा ,
और घर के आईने तो ख़ूब चमका रखे हैं जनाब ,
मगर जो गंदगी सोच पर है उसमें कपड़ा कौन मारेगा....।
Tiwari baba
-
तेरे होने पर खुद को तनहा समझू !
मैं बेवफा हूँ या तुझको बेवफा समझू !!
ज़ख्म भी देते हो मलहम भी लगाते हो !
ये तेरी आदत हैं या इसे तेरी अदा समझू !!-
यहाँ खुद से मिले एक ज़माना बीत गया
और लोग कहते है
कि हमें भूल गए हो तुम...!
Tiwari baba..-