ख़ुदा बख्शें जिसको हर नियामत,
उसको अहल - ए - हाल मुबारक !
जिसका गुजरा हो ये साल अच्छा,
उसको आने वाला साल मुबारक !-
(छात्र) विधि संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय
ये नफ़रत हैं जिसे लम्हों में दुनिय... read more
जला लेना मुझे हर वर्ष लेकिन पूछना खुद से तुममें से कोई राम है क्या?
मैं आज भी मरने को तैयार हूं यदि तुम्हारा जवाब हां में है!
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ख़ुदा बख्शें जिसको हर नियामत,
उसको अहल - ए - हाल मुबारक !
जिसका गुजरा हो ये साल अच्छा,
उसको आने वाला साल मुबारक !-
इस इंतिज़ार में बैठे हैं उन की महफ़िल में,
कि वो निगाह उठाएँ तो हम सलाम करें !
वो नफस सोच के कतराए उस महफ़िल से,
अब कौन उनके इंतेजार पर ऐतबार करे!
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ख्वाबों को पंख दो, हौसलों का दौर है!
आसमां से कह दो, तूफानों का दौड़ है!!-
उठो ये मंज़र-ए-शब-ताब देखने के लिए,
कि नींद शर्त नहीं ख़्वाब देखने के लिए !
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जहाँ से ज़हालत की इन्तेहा होती है,
वहीं से सियासत का आगाज़ होता है!-
अभी मैंने गाल बचा के रखा है,
क्या तुमने गुलाल बचा के रखा है!— % &-
अभी मैंने गाल बचा के रखा है,
क्या तुमने गुलाल बचा के रखा है!— % &-
यूक्रेन के 41.1 मिलियन लोगो का भगवान मर रहा है और साथ ही साथ उन धर्मो का भी, जो अपनो धर्मों में मानवता को स्थान देते है! भगवान वही है जो सर्व शक्तिशाली व विद्यमान हो जैसे कि रूस..— % &
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