मैं खुद से नज़रे मिला पाता हूँ
अच्छा लगता हैं खुद से नज़रे मिला के
बहुत कुछ जानने को मिलता हैं अपने बारे में
मैं ग्लानि महसूस नहीं करता
मैं आत्मबोध का अनुभव करता हूँ
मैं छल नहीं जानता
मैं मन की सरलता को जानता हूँ
उसी को जीता हूँ
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The Poetess
(The poetess)
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I like to write. It feels better.
A normal human being who feels happiness in writing.
Natu... read more
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Joined 10 August 2020
20 APR 2022 AT 8:29
17 APR 2022 AT 7:47
मैं अब बाहर सहारा तलाश नहीं करता
मैंने अपने आप को ही सहारा बना लिया
और अपने आत्मबल को
जीवन बेहतर हैं अब-
1 APR 2022 AT 12:32
सत्य को सबूत की जरूरत नहीं होती हैं
सत्य तो सत्य ही रहता हैं
चाहे छिपा हुआ हो या सामने हो
सत्य पे पर्दा नहीं डाला जा सकता हैं
वो सामने आता ही आता हैं
सत्य को छिपाया नहीं जा सकता
सत्य को जान लेने के बाद
आप किसी भ्रम में नहीं रहते-
31 MAR 2022 AT 8:41
वास्तविकता में तो व्यक्ति के गुण ही सर्वश्रेष्ठ
आभूषण होते हैं
गुणवान व्यक्ति ही सबसे सुंदर दिखता हैं-
30 MAR 2022 AT 12:46
हम ऐसे दौर में जी रहे हैं
जहा सच्चे प्रेम की कोई कदर नहीं
अगर कदर होती हैं तो
रूपये, पैसे और रुतबे की
इसलिए ना तो अब सच्चा प्रेम होता हैं
ना ही सच्चा प्रेम करने वाला
बस सब कुछ छद्म होता हैं
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