"भोला भाला किसान और चतुर किसान"
-
अभी तो चंद शब्दों को पंक्तियों में पिरोता हूं,
कविता लिखने ... read more
समंदर क्यों हर नदी को खुद में समाना चाहता है?
समंदर की लहरें स्थिर क्यों नहीं?
गर तालाब में पानी मीठा हो सकता तो
समंदर तो विशाल है, उसका पानी और ज्यादा मीठा क्यों नहीं??
पानी = गुण, लहरें = भावनाएं-
समंदर में जब भी कोई नदी खुद को समर्पित करती,
तो उस नदी का अपना अस्तित्व ख़त्म क्यों हो जाता?-
"Thank you is just a payment for help.
Believe in exchange of help or helping others not in payment".-
जैसे जन्म के बाद होता नामकरण,
वैसे ही इश्क़ के बाद शुरू होता जलन-
पढ़ने - लिखने पर ज्यादा ध्यान दो लड़कों
वरना लड़कियां फिदा भले ही तुम पर हो जाए
पर विदा किसी और के साथ होगी
😆-
अगर हो जाए मोहब्बत किसी से
तो फिर कभी दूसरी मत तलाशना,
ख़ुद को बनाना उसके काबिल
.........…और खुद को तराशना-
What I said were words,
what I couldn't said was a feeling
and what I had to say and still couldn't say, it's dignity.-
मोहब्बत भले ही रह जाए मेरी अधूरी
पर हो जो भी तेरी ख्वाहिशें,
दुआ है रब से कि हो जाए सारी पूरी-
मोहब्बत में जिद हो तो,
बस नफ़रत पैदा होती है।
औे' मोहब्बत हो सच्ची तो,
यादों में भी जिंदगी कट जाती है।
गर नफ़रत के चादर में लिपटे तो
जिंदगी जहर बन जाती है।-