संकल्प लेते समय, विकल्प रखना जरुरी है l अभी तो मैंने शुरुआत की है, मंजिल और मुझमे अभी बहुत दूरी है ll आजकल लोगो के मुँह में होते है शक्कर, और बगल में रखते छूरी है l बस सब्र करो अभी तो आरम्भ है, जिंदगी ने मुझे और बेहतर करने की दी मंजूरी है ll
बुरे से बुरे वक़्त में भी दिया लोगो को मैंने सहारा है, आज अकेला हु तो कमबख्त हस्ता मेरे ऊपर नज़ारा है l एक दिन इस हालात से निकल कर अपनी हिम्मत से फिर सबको वाक़िफ़ कराऊंगा, क्योंकि पूरे अन्धकार में भी चमकता सिर्फ सितारा है ll
Aarzoo ke chalte ghar mein lakeerein hogyi, Ye sunker maa baap ki dhadkan dheere hogyi. Kya karoge Ghar ke hisse karke?(2) Insaan itna badal gaya hai ki uske dil se naram to zanzeerein hogyi.
Aaj apne hi ek doosre se anjaan ho rahe hai, Kaalpanik duniya ke log humare mehmaan ho rahe hai. Samay is qadar palat raha hai Samajh nahi aata, Hum zindagi ko chala rahe hai ya zindagi hume majbooran chala rahi hai.
कहने को बहुत कुछ है तुझसे, लेकिन मन में बात दबा देता हूँ| याद आती है तेरी, तब तब तेरी तस्वीर मन में साजा देता हूँ|| तू इतनी ख़ूबसूरत है, मै आईना बनके तुझे तुझसे रूबरू करा देता हूँ| एक बार आकर तो देख मेरी जिंदगी में, तुझे तेरी अहमियत मेरी जिंदगी में दिखा देता हूँ||
अपने आप को कभी कमजोर मत समझना, हर इंसान के अंदर एक ना एक खूबी है l और अगर तुमने कर लिया घमंड इस खूबी पर, तो निश्चित तौर पर तुम्हारी सफलता की जहाज डूबी है ll