किताबों में छपते हैं चाहत के किस्से,
हक़ीक़त की दुनिया में चाहत नहीं है।
जमाने के बाजार में ये वो शय है,
कि जिसकी किसी को जरूरत नहीं है।- AWARA MASIHA
31 JUL 2019 AT 7:01
किताबों में छपते हैं चाहत के किस्से,
हक़ीक़त की दुनिया में चाहत नहीं है।
जमाने के बाजार में ये वो शय है,
कि जिसकी किसी को जरूरत नहीं है।- AWARA MASIHA