The Diary Collections   (Kanha Sahu)
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दिल के जज़्बात और ज़िन्दगी की सिख कलम के सहारे देते हैं लिख।
Joined 5 July 2019


दिल के जज़्बात और ज़िन्दगी की सिख कलम के सहारे देते हैं लिख।
Joined 5 July 2019
13 APR 2024 AT 2:10

दर्द–दुख उठा कर चला जा रहा हूं
बहुत थक चुका हूं अब सोने जा रहा हूं
लाख आज़मा कर उसे समझा कर हार जा रहा हूं
बहुत थक चुका हूं अब सोने जा रहा हूं
गौण–मौन रह कर शब्दों से भी कह कर रूठा जा रहा हूं
बहुत थक चुका हूं अब सोने जा रहा हूं
आशा–लाभ छोड़ कर सपने यूं बिखेर कर टूटा जा रहा हूं
बहुत थक चुका हूं अब सोने जा रहा हूं
राह–राह देख कर हृदय सेंक–सेंक कर सुखा जा रहा हूं
बहुत थक चुका हूं अब सोने जा रहा हूं
रात–दिन गुज़ार कर सारे दीप बुझा कर मिटा जा रहा हूं
बहुत थक चुका हूं अब सोने जा रहा हूं
दर्द–दुख उठा कर चला जा रहा हूं
बहुत थक चुका हूं अब........

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8 APR 2024 AT 0:07

Suno priye...

Badi mushkilon se ye Kanha tumpar bharosa karta hai

Roz darta hai Roz samahlta hai

Ek tumhare ummid par hi usne ki hai itni himaat

Wo ab aur nahi jhel sakega dagaabazi ke karaamat

Tan Man Lagan har tarah se uska sath dena

Uske mann me jhankna uske andar ke khalipan ko samajhna

Tum uski kamjori nahi uski himatt banna..||

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4 APR 2024 AT 0:08

बहुत आसान है ज़मीन पर मकान बना लेना...
हृदय में स्थान बना पाना सब के बस की नही |

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2 APR 2024 AT 1:46

Begging people to act right..... eventually turns to Detachment

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28 OCT 2021 AT 18:57

जानें ना तू ग़म की गहराइयां
आजा कट जाएं मेरी तन्हाईयां
आ भी जा
बरसा दे प्रीत का सावन
बरसों के जलते मन की,
बुझ जाए अगन
आ भी जा

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28 AUG 2021 AT 0:48

गीता में श्री कृष्ण ने कही बात
गंभीर औरो से दुनिया लड़े, लड़े
स्वयं से वीर ll

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13 JUL 2021 AT 23:39

उसने हाथ में वो घड़ी बांध रखा है
उसने अब भी मुझे हर पल में अपने बसा रखा है ll

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16 JUN 2021 AT 1:17

हर कोई एक जैसा नहीं होता, इस भरोसे ने बहुत से एक जैसे दिखा दिए।

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10 MAR 2021 AT 18:46

खामोशी और मुस्कुराहट में जो बात है
उस बात में कमाल की बात है

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10 FEB 2021 AT 20:39

मैंने समझा है जिंदगी का फसाना इतना
आज है जीवन आलीशान तो कल वीराना जितना
जाने कब पलकें बंद हो जाएं ,नहीं है इसका ठिकाना भी इतना
मैं ना काहू फिर भी मेरे हर लफ्ज़ को समझना तुम मेरे आखरी तराने जितना ।।

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