मैं थक गया हूं, अभी हारा नहीं हूं..
गुम गया हू, आवारा नहीं हू..
नाकामी तब तक है, जब तक आँखें बंद है..
जो खुल गई आंखें, तो कैद समंदर का किनारा हूं...-
alhaad si ladki hai thodi…or sherni sa jazba hai.. par..
aankho mai shararat, dil mai pyar rakhti hai,,
pareshan rehti hai thodi.. apni hi uljhano mai.. par…
sapne khuli aankho mai beshumar rakhti hai,,
abhi bhatki hui hai thodi.. ghar, samaaj or pyar mai.. par..
Honsle s udney ki taqat shreaam rakhti hai..
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na jyada ki iccha na kam ka gum,,,
na kisi k adheen or na kisi s kam 😎😎-
ना अब कुछ ना कहना है..
ता उमर बस अब खुद में रहना है..
जा तू होजा जिसका तुझे होना है..
हमें तो ता उमर अब अकेले ही रहना है..
वफ़ा में बेवफ़ाई का ज़हर जो तूने घोला है...
तेरा एहसान है तूने महादेव से मुझसे जोड़ा है..-
ना प्यार ना प्यार की आस मैं हूँ..
एक अनकहे अनसुने एहसास सा हू..
मुझे कहां पता था तेरी चाहत है IAS वाली..
अब मैं तो एक Bank PO के एक्जाम सा हू..-
Naa sehta to aur kya kehtaa..
jab badal liya raasta tune bina puche…
tau mai rok bhi leta to kya hotaa..
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इन रातों में रात भर मैरा गुज़रा नहीं है..
दिन गुजर जाता है पर रात का कोई सहारा नहीं है..
मैं चाहता हूँ अकेला रहना मनाही कहा है..
लेकिन उसकी यादों को कोई और गवारा नहीं है...-
भरेंगी डरारे, भरेंगे तेरे सारे ज़ख्म.. तेरा कर्म ही होगा तेरा असली मरहम...
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Mehfil mai mehfil k jaisa dikhta hu..
akele mai insaan kuch or sa hu mai..
sabko samjh aa jau itna aasan bhi nhi…
sarkaari naukri kay aanjaam sa hu mai..-