एक रोज़ सोचाकि कुछ लिखूं तेरे बारे में,बस फिर क्या थासोचता ही रह गया। - Mr. Shishodia
एक रोज़ सोचाकि कुछ लिखूं तेरे बारे में,बस फिर क्या थासोचता ही रह गया।
- Mr. Shishodia