अब हँसी आती है जब याद आते हैं वो लम्हे,
तू जो कहती थी तेरे दिल में सिर्फ एक हम थे!-
तेरे साथ ना सही, तेरी याद में लिखता हूँ..✍🏼
हमारे प्यार के इस विरह में तू भी छटपटायेगी,
कि बस एक बार गले लगने तक को तरस जाएगी!-
लिख़ने बैठा तो हाथ से कलम छूट गयी,
शायद तेरे जाने से ये भी मुझसे रूठ गयी!!-
बस कर अब और याद मत दिला उसकी मोहब्बत,
कहीं ऐसा ना हो कि फिर एक और रात रोते हुए गुज़रे !!-
इतना पास ना आओ, थोड़ा हट कर बैठो,
कि अब तुमसे किसी ग़ैर की सी बू आती है !!-
क्या करूँ बयां हालात ए ज़िन्दगी,
कि जिया जा नहीं रहा,
और मर सकते नहीं हैं हम...!!-
यूँ दर दर भटकना छोड़ दिया है,
अब हमने तुझ पर मरना छोड़ दिया है!
तू बात करता है मोहब्बत करने की,
हमने तो तेरा नाम तक लेना छोड़ दिया है!!-
क्या किस्से सुनाएं तुम्हें अपने इश्क़ के,
हमने तो ज़माने गुज़ारे है किसी के इंतजार में..!-
तेरी खुशियों में ख़ुश होने लगा हूँ,
लगता है अब मैं तेरे होने लगा हूँ !
वक़्त-बे-वक़्त तुझमें खोने लगा हूँ,
लगता है अब मैं तेरा होने लगा हूँ !!-