दोस्ती और दुश्मनी दोनों मेंइंसान को बनाने और तबाहकरनें की क्षमताएं होतीं हैं।सोच-समझकर ही दोस्त या दुश्मन बनाए। -
दोस्ती और दुश्मनी दोनों मेंइंसान को बनाने और तबाहकरनें की क्षमताएं होतीं हैं।सोच-समझकर ही दोस्त या दुश्मन बनाए।
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इंसान ने झूठ्ठ तब सीखा,जब उसे सच की सज़ा मिली । -
इंसान ने झूठ्ठ तब सीखा,जब उसे सच की सज़ा मिली ।
एक उम्र के बाद;ख़्वाहिशें, ख़्वाब औरजरूरतें, जिन्दगी बनकर रह जाती हैं। -
एक उम्र के बाद;ख़्वाहिशें, ख़्वाब औरजरूरतें, जिन्दगी बनकर रह जाती हैं।
अग़र अपने साथ हो,सपनें हासिल करना कोई बड़ी बात नहीं। -
अग़र अपने साथ हो,सपनें हासिल करना कोई बड़ी बात नहीं।
परेशान सब हैं,कोई सच में,कोई सच से ... -
परेशान सब हैं,कोई सच में,कोई सच से ...
सोच-समझ कर बातें बोलें,हर किसी के सामने,दिल की गांठें ना खोलें । -
सोच-समझ कर बातें बोलें,हर किसी के सामने,दिल की गांठें ना खोलें ।
तनाव में या दबाव में,हमारा स्वभावबहुत मायने रखता है। -
तनाव में या दबाव में,हमारा स्वभावबहुत मायने रखता है।
जब मुश्किल समय आए,सबकुछ बेकाबू हो जाए,उससे थोड़ा और प्रेम करना,जिससे आप अबतक करते आए। -
जब मुश्किल समय आए,सबकुछ बेकाबू हो जाए,उससे थोड़ा और प्रेम करना,जिससे आप अबतक करते आए।
हृदय पहचानने के लिएहृदय चाहिए,चेहरे पर कीदो आँखों से काम नहीं चलता । -
हृदय पहचानने के लिएहृदय चाहिए,चेहरे पर कीदो आँखों से काम नहीं चलता ।
दुसरे को ग़लत बताकर,खुद़ को सही बताने वालें क्या कहें आपको ?दिल में भी दिमाग रखने वालें -
दुसरे को ग़लत बताकर,खुद़ को सही बताने वालें क्या कहें आपको ?दिल में भी दिमाग रखने वालें