उसकी यादें फिर मेरे सर मंडराती रही,पूरी रात वो मुझे फिर जगाती रही.......सोना चाह के भी मैं सो न पाया,इसी तरह वो पगली मुझे मुझसे लड़ाती रही... - Teksingh
उसकी यादें फिर मेरे सर मंडराती रही,पूरी रात वो मुझे फिर जगाती रही.......सोना चाह के भी मैं सो न पाया,इसी तरह वो पगली मुझे मुझसे लड़ाती रही...
- Teksingh