मैं खुदके के लिए लड़ भी नहीं पाया
जब पता चला मुझे हराने अपने आए थे।
(अपनों से सावधान)-
Tejendra Sathavara
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I believe in the power of the words.
Joined 2 May 2020
27 OCT 2022 AT 15:33
26 OCT 2022 AT 21:10
रिश्ता बनाना है तो दिलसे बनाओ जनाब
क्युकी...
खूनके रिश्ते तो मैने वृद्धाश्रम में भी देखे है।-
26 OCT 2022 AT 21:04
ऐसी भी दुनिया मत बसाओ जनाब...
जहां से अपने भी पराए लगने लगे।-
19 JUL 2022 AT 19:29
मां बाप की जिंदगी निकल जाती है,
बेटे का status बनाने में,
और बेटा status लिखता है,
"MY WIFE IS MY LIFE"-
19 JUL 2022 AT 19:21
घाव देने वाले अपने ही होते है जनाब...
वरना घैरो को क्या पता की इसको तकलीफ कहा है ।-
18 JUL 2022 AT 21:39
लिखते लिखते कई बार सोचता हूं,
ऐसा क्या लिखूं कि...
वो पढ़कर रोए भी ना,
और रातभर सोए भी ना।-
18 JUL 2022 AT 21:28
જ્યારે પોતાના જ વિભીષણ બનીને બેઠા હોય ત્યારે...
સોનાનો લંકાધિપતી રાવણ જેવો રાવણ પણ હારી જાય સાહેબ.
(ધ્યાનમાં રાખવા જેવી બાબત)-
26 JUN 2022 AT 13:26
માણસના સાચા વખાણ તો સાહેબ...
સ્મશાનમાં જ થાય
ત્યાં તો દરેક માણસ બોલી ઉઠે
"માણસ સારો હતો"-
8 JUN 2022 AT 9:08
यादाश भी बहुत दुख देती है,
जिन यादों को हम भूलना चाहते वो ही खिंचके वापस लाती हैं।-