सुनो
क्या मेरे कुछ लिखने का इंतजार कर रही हो?
मेरे दिल के हाल जानने के लिए बैचन हो रही हो?
सुना है मेरी तस्वीर देख कर हर शाम गुजारती हो,
इतना ही प्यार है तो उसका इजहार क्यों नही करती हो?-
कही दूर है तू, लेकिन मेरे चेहरे पर तेरे गालों की नमी महसूस होती है मुझे,
अपनी दुनिया में है तू, लेकिन मेरे होटों पे हसी बनकर पास रहती है मेरे।।
तेरे प्यार का रंग किस कदर चढ़ा है ये कैसे बताऊं में तुझे,
जन्मों के बंधन में बंध चुके है, ऐसे सपने देखता हु दिन के उजालों में।।-
रेत सा ये समय हाथ से फिसलता गया,
जिसकी चाह थी उसका कही पता न रहा।।
ढूंढ रहा हु आज भी शायद कही वो मिल भी जाए,
उसके हा के इंतजार में हु, शायद ये बाजी पलट जाए।।-
दिन ढल चुका है, अब गर वापस आ जाओ तुम,
इंतजार बहुत किया है, दिल की बैचेनी और न बढ़ाओ तुम।।
रात लंबी है, साथ बिना ये कटेगी नही,
टूटा हुआ हु, मीठी नींद सा सुकून दे जाओ तुम।।-
थोड़ी राहत मिले, तुम्हारा उतना समय मुझे दे जाओ,
दिल को सुकून मिले, उतना मुझे गले लग जाओ।।
कल किसी ने देखा नही, आज को मेरे संग बीता लो,
तुम्हारी रूह को छू जाऊ, बस इतने करीब तुम आ जाओ।।-
कागज आज खाली रहा, कलम के पास लिखने को कुछ था ही नही,
बेरंग सी हो गई है जिंदगी, प्यार जो इसमें रहा ही नही।।-
आसानी से कह तो दिया उसने की भूल जाओ तुम मुझे।।
अरे कोई बताए तो सही, सांस लिए बिना जिया कैसे जाए।।-
इस भीड़ में भी नाजाने क्यों इतना अकेला महसूस है तू करवाती,
ए जिन्दगी, काश तू थोड़ी और आसान होती।।-
कोन कहता है जनाब की यहा नींद सस्ती मिलती है,
दिल को तुम संग बीते हुए शाम की यादों का और दिमाग को जूठे दिलासो की रिश्वत देनी पड़ती है।।-
न खुदा मिला, न पैसा मिला
तुम्हारी आवाज सुनते ही ये दिल को सुकून मिला।।-