इस तेज़ भागती दुनिया में
क्या तेरा है क्या मेरा है
सब कुछ हवा का झोंका है
रोशन सा एक अंधेरा है।
रातों में मिलेंगे यार सभी
दिन में दिन खुद ही सोया है
मैं गिनता हूं खुद ही खुद में
क्या पाया है क्या खोया है
जिस पिंजरे में है कैद सभी,
हम सबका वही बसेरा है
इस तेज भागती दुनिया में
क्या तेरा है क्या मेरा है।।
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