इस दुनिया में गहरी से गहरी गुलामी सेक्स की गुलामी है। दूसरे आदमी पर निर्भर होना पड़ता है। दूसरा अपने से भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। दूसरे के इर्द—गिर्द चक्कर काटना पड़ता है, परिक्रमा करनी पड़ती है। एक गहरी गुलामी है।
ओशो....-
ՏҽƝ ՏɑӇɑƁ
(ՏҽƝ🎭 ՏɑӇɑƁ)
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Joined 22 May 2021
12 MAR 2024 AT 10:58
6 FEB 2022 AT 21:33
अगर मनुष्य धर्म और राजनीति की गंदी चाल में ना फंसे
तो मनुष्य को मनुष्य का दुश्मन होने की आवश्यकता ही क्या है
.....?
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31 JAN 2022 AT 14:00
"0"
शून्य की खोज आर्यभट्ट ने की थी
क्या..?
शून्य कहीं खो गया था क्या..?
🤔😛
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30 JAN 2022 AT 22:29
हमेशा विजेता बने रहने के लिए संकल्प ले कि आप आजीवन "व्यक्तिगत विकास" की आदत डालेंगे।
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30 JAN 2022 AT 9:15
वही कंपनी होती है और वही प्रोडक्ट होते हैं जो बेचकर एक सेल्समैन तरक्की करता है और क्यों एक दूसरा सेल्समैन शिकायतकर्ता रह जाता है
बात विचारणीय है
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16 JUN 2021 AT 20:21
सारे पेड़ ऑक्सिजन देते हैं ... लेकिन महुआ का पेड़ ऑक्सिजन देने के साथ .... इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स भी करवाता है ... और राष्ट्र की अर्थव्यवस्था भी ठीक करने में सहयोग करता है ....😂
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