उनकी मासूमियत उनकी आँखे कहे चाहे दुनिया के लिए वो कितने शातिर रहे उनके दिल मे हमेशा हम ही रहे पर बातों में उनके लाखों के जिक्र रहे उनकी साँसों का कारण मैं ही तो हूँ पर जिंदगी वो किसी और के लिए जिये उनकी कविता की प्रेरणा मैं ही तो हूँ पर कविता का श्रेय कोई और रही......
Dedicated to my dear sister SUSHMA Jiji वक्त बदल जाने पर बिल्कुल मत बदलना हमेशा मुझसे छोटी छोटी बातों पर वैसे ही झगड़ना हमेशा मेरे कपड़ो को तुम ही तय करना सही होने पर लड़ना, रोना पर कभी मत झुकना वक्त बदल जाने पर बिल्कुल मत बदलना इस बचपने और चंचलपने को कभी मत छोड़ना तुम सबसे अलग हो हमेशा यही सोचना मेरी तुम्हारी सोच अलग होने पर भी तुम्हारा मुझे समझना वक्त बदल जाने पर बिल्कुल मत बदलना.......
In dino Hum Khud se mil rahe Khoye hue apni raahon mein Logon ko ghar dikh raha hain Wo purane khel jinke jagah mobile ne le li thi Unki dhool jhadak rhi h Sach kahu to kitne dino bad Hum hum lag rahein h Sara wakt parivar ko de rahein h Chat se nahin hum aamne samne baithkar bat kar rahein hain Jo dur hai wo bhi paas lag rahein h Kyonki phone par hm Ab roj baat kar rahein h
मेरे शहर की छोटी गलियों में ना जाने कितने सपने पलते हैं हर आंखो में चमक सी हैं कुछ करने की चाहत बस्ती हैं हाथों में किस्मत का साथ ना हो पर विश्वास की बारिश बरसती हैं इतने पर भी हिम्मत ना हारी क्यूँकि उमीदें अपनो के संग ही रहती हैं........
माना कि गहरा है समंदर पर मैं भी बूंद हूँ बरसात की माना की खुला है आसमान पर मैं भी पंछी हू परवाज़ की माना कि सूर्य में तेज है पर मैं भी रोशनी हू आस पास की माना कि दुनिया बड़ी है पर मेरे नन्ही आंखों में क्या कमी है माना कि मंजिल दूर है पर मैं भी राही हू बेपरवाह..........
क्यों ना जाने आजकल वो हंसी ना रही जो गुदगुदाने पर आया करती थी क्यों ना जाने आजकल वो लोरी ना रही जो माँ तुम सुनाया करती थी क्यों ना जाने आजकल वो शरारत ना रही जो तुमको परेशान करने को आया करती थी
Photograph Reminds me of childhood Reminds me of innocence Reminds me of togetherness Reminds me of family Reminds me of friends Reminds me of my life That has gone.... तस्वीरें पुरानी सी एक संदूक में कुछ मिली पुरानी तस्वीरें याद दिलाती हैं बचपन और कुछ अंजानी सी खुशियां मुस्कान लाती है यही पुरानी तस्वीरें.....
ज़िन्दगी की दौड़ में हम जीना भूल गए नफरत की आड़ में रिश्तो को पिरोना भूल गए खुशियों की चाह में खुश होना भूल गए काश भूल जाते हम दुसरो की गलतियों को तो गुम ना हुए होते इन अंधेरे सायों में.....
My mother (mrs. Laxmi devi)who gave me BIRTH.. My sister(sushma)who supported me.. My teacher (miss bhavna gautam) who taught me the lesson of life.. ...And all the womens who are in my life THANKYOU FOR BEING THERE ALWAYS