"शायरी का दिलक़श होना भी लाज़मी होगा..
जो तेरी फ़ितरत में शामिल कोई महजबीं होगा।
अक्स नज़र आये जो तेरे वजूद में किसी और का...
ज़ाहिर है!
ज़ाहिर है हासिल-ए-मक़सूद बहुत दिलनशीं होगा।।
Ilham-
boy♐ open~mind ♻ friendly :)
*Mบℓтï^*ξทтнบรïαรт^*Sρℓïт^
" Love :to love & hate :to h... read more
तुम्हारे आने पर भी अब... कभी मिच ना पातीं हैं...
ये पलकें, जो ताउम्र खुली रहीं... तेरे इन्तज़ार में!
पथरा गयीं हैं ये आँखें भी... इन पलकों के साथ-साथ...
ज़िंदा बुत चुका है ये जिस्म... जबसे रूह ग़ुम है तेरे प्यार में!
[Ilham]-
Unless it's Findable at Next doors..
A Justice can't be Considered as Justice!
(Ilham)-
माँ कहूँ.. बाबा कहूँ.. कहूँ ईस्वर-संसार..
..पगले फ़रक़ कोनी !
धरती कहूँ.. अम्बर कहूँ.. कहूँ ब्रह्माण्ड से प्यार..
..pagle ;).फ़रक़ कोनी!
Ilham-
निगाह (दृष्टि~sight) सामने बनाए रखना...
...ही दरअसल योग्यता (कूबत~ability) है!
~Ilham`-
मंज़िलें.. ज़रा सोच समझ कर तय करना चाहिए...
कि मुक़ाम ऐसे भी होते हैं.. जिन से आने के रास्ते हैं..
..पर जिन तक पहुंचने के रास्ते नहीं होते।
और अपने.. जांच परख कर अपने समझने चाहिए..
कि अपने ऐसे भी होते हैं.. जिनके अपने उनके वास्ते हैं..
..पर जो अपनों के वास्ते नहीं होते।
(Ilham)-
Jaise Russia me raha Ho ab Talak..
Aur ab achanak Ukraine me Hoon!
Kuchh Aesi hi lag rahi Zindagi Aajkal..
Har Waqt Lagta hai jaise Train me Hoon!-
मुझको भाये रात अंधेरे ...
तुमको सूरज उगता हुआ!
निबाह न होगा, भूल चूक माफी...
अपना हिसाब चुकता हुआ!-