आज की रात गुजार गई,में कल की फिकर करता हु,में कोशिश बस यहीमें कोशिश बस यहीकी कीउसके ख्यालों को दरगुजर करता हु। -
आज की रात गुजार गई,में कल की फिकर करता हु,में कोशिश बस यहीमें कोशिश बस यहीकी कीउसके ख्यालों को दरगुजर करता हु।
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अगर इश्क कर सकता तो कब का कर लेता में,बस मुझे निभाने की आदत कुछ ज्यादा थी। -
अगर इश्क कर सकता तो कब का कर लेता में,बस मुझे निभाने की आदत कुछ ज्यादा थी।
भूल जाने का कुछ अंदाज ऐसा भी हो।वो पास भी बेटी हो और महसूस न हो। -
भूल जाने का कुछ अंदाज ऐसा भी हो।वो पास भी बेटी हो और महसूस न हो।
ये चाय ही तो है,जो हमे खामोश कर देती है,वरना आग तो हम भी रखते है। -
ये चाय ही तो है,जो हमे खामोश कर देती है,वरना आग तो हम भी रखते है।
बैचेन हू बहूत छटपटा रहा हूंमें अपनी ही कमजोरियों को छूपा रहा हु।नही मिल रहा मुझे सुकून इस जहान में,फिजूल ही जिंदगी खर्च किए जा रहा हु । -
बैचेन हू बहूत छटपटा रहा हूंमें अपनी ही कमजोरियों को छूपा रहा हु।नही मिल रहा मुझे सुकून इस जहान में,फिजूल ही जिंदगी खर्च किए जा रहा हु ।
हक़ छीनने की आदत हो गई है दुनिया को,खुद से और खुदा से बेखौफ हुए बैठे है। -
हक़ छीनने की आदत हो गई है दुनिया को,खुद से और खुदा से बेखौफ हुए बैठे है।
काश कुछ दूर तक साथ हो जातामेरा मुकद्दर हि थोड़ा मेरा हो जाताभर् के सिने मे लिये बैठा हु उल्फते नायब कहीं गर थोड़ा सा तेरा इश्क़ मेरा हो जाता।काश कुछ दूर तक साथ हो जाता। -
काश कुछ दूर तक साथ हो जातामेरा मुकद्दर हि थोड़ा मेरा हो जाताभर् के सिने मे लिये बैठा हु उल्फते नायब कहीं गर थोड़ा सा तेरा इश्क़ मेरा हो जाता।काश कुछ दूर तक साथ हो जाता।
हर शख्स हैं जुदा जुदाहर रुह में तन्हाई हैइश्क़ हो चुका है गुम कहींहर सोच में बेवफाई हैलोग रहते है खौफ मेंदुनिया अब कहा बच पाइ हैजो समझते थे खुद को खुदाअब याद आयी उनको खुदाई है। -
हर शख्स हैं जुदा जुदाहर रुह में तन्हाई हैइश्क़ हो चुका है गुम कहींहर सोच में बेवफाई हैलोग रहते है खौफ मेंदुनिया अब कहा बच पाइ हैजो समझते थे खुद को खुदाअब याद आयी उनको खुदाई है।
हम तुम और चायचल मेरे यार कुछ पुरानीगप्शप् हो जाएकुछ् करें यादों को ताज़ाऔर कुछ पुरानी बातें हो जाएकह दू वो भरा गुबार दिल काकब ये दुनिया परायी हो जाए। -
हम तुम और चायचल मेरे यार कुछ पुरानीगप्शप् हो जाएकुछ् करें यादों को ताज़ाऔर कुछ पुरानी बातें हो जाएकह दू वो भरा गुबार दिल काकब ये दुनिया परायी हो जाए।
मध्होश् हुए फिर पता चलाहोश वालोंं के नकाब हुआ करते है।जमाना बड़ा कम्जर्फ् है तारिक़् यहाँ इंसानों के सिर्फ ढोंग हुआ करते है। -
मध्होश् हुए फिर पता चलाहोश वालोंं के नकाब हुआ करते है।जमाना बड़ा कम्जर्फ् है तारिक़् यहाँ इंसानों के सिर्फ ढोंग हुआ करते है।