taqdeer.mere  
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Joined 6 December 2020


Joined 6 December 2020
20 MAR AT 19:02

"मोहब्बत तो बेपनाह है उनसे, बस ना कल जिक्र कर पाये थे ना आज"

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31 JAN 2022 AT 18:56

" नजरों से बात हो गई,
और जुबान देखती रह गई "— % &

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8 JAN 2022 AT 15:14

"उस पसंद पर क्या घमंड करू,
जिसकी पसंद हम नही"

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8 JAN 2022 AT 9:20

" किस्मत से जादा, और वक्त से ,
पहले किसी को कुछ नहीं मिलता "

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2 JAN 2022 AT 13:03

" तेरे जाने का कोई गम नही,
एक यही झूठ हम सबसे बोलते है "

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2 DEC 2021 AT 19:30

" माना कि हम कुछ नही हैं, लेकिन
हमारे जैसा भी कोई नहीं हैं "

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24 OCT 2021 AT 19:33

"तूम जिस नजर से नजर अंदाज कर रहे हो
एक दिन उसी नजर से ढूंढते रह जाओगे "

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23 OCT 2021 AT 19:50

"बात जरा गहरी है ,
जिंदगी तुझ पे ठहरी है"

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26 JUL 2021 AT 19:22

"चांद की चांदनी आसमा की परी,
शायरों के लिए तू है,एक शायरी"

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12 JUL 2021 AT 7:16

"मुहब्बत किससे और कब हो जाये
अंदाजा नहीं होता, ये वो घर है
जिसका दरवाजा नहीं होता"

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