धड़कनें तेज़ हो जाती है मेरी,
तुम्हारे पास आते ही...
तुमने क्या पूछा, क्या बताया
बाकी का हमे कुछ याद नहीं...
बोलती बड़बड़ाती गुडिया लगती हो,
Annabella ना समझना...
Baby Doll लगती हो 🫣
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A friend of mine had inspired me to write even before reading or lis... read more
प्यार हमेशा.. रूहानी होती है,
जिस्मानी ज़रूरतों को पूरी करने के लिए..
रचे गए ढोंग को प्यार नहीं मतलब कहते हैं!!!
और हाँ, ये लिखने के पीछे मेरा कोई मतलब नहीं है,
पर इस मतलब कि बात को जो समझ ले,
तो उसे.. प्यार शब्द का मतलब समझ आ जाएगा ||-
तुझे देख, इस भटकते शरारती बेचैन दिल को सुकूं मिला,
इसे थमने का.. आराम करने का मौका मिला...
तु चाहे मान या ना मान,
सुकून है तेरे आसपास...
इस अशांत और रफ़्तार से भरी जिंदगी में,
तेरे घर से गुज़रती गलियाँ मुझे
इसका एहसास दिलाती हैं...🌻-
तेरा दीदार, तेरी हंसी और लहजे बयां,
एक गुमनाम आशिक़ को दूसरी दफ़ा..
लोगों से वाकिफ़ करवा गई !!!-
वो छोड़ गया मुझे मेरी भलाई के लिए ...
क्या खूब सिखाया प्यार का मतलब, निस्वार्थी बनके!!-
उम्मीदों के सहारे जी रहे थे हम...
पटकन तो खानी ही थी.. निराशा से |-
रास्ते अलग हो गए,
तब दो जिस्म एक जान थे...
और अब बेज़ान हो गए,
सारी गलतियों और नफ़रत का मैं हक़दार हूँ...
हाँ मैं तेरा गुनाहगार हूँ !!!-
लिख रहा था उससे मिलने से पहले,
जब प्यार परवान चढ़ने लगा,
तो लिखना थोड़ा थम सा गया था....
पर बहत दिनों बाद लिखने की कोशिश कर रहा हूँ...
मुझे माफ़ करना ऐ दोस्त (कलम) मेरे ...
कुछ देर के लिए ही सही, पर वफा के चक्कर में..
तुझसे से बेवफ़ा हो गया था मैं...-
तू समझदार, और मैं नासमझ सा...
तू पंछी आसमान का,
और मैं पिंजरा जिम्मेदारियों का ...
ना तू बंधने को तैयार,
और ना ही मैं कसम खाने-खिलाने का शौकीन...
तो तुझे पालतू बनाकर,
मुझे खुदको फ़ालतू बुलवाने का कोई शौक नहिं!!-