इतना भी सही नही...नियत का सही होना,,,,
जनाब
यहां पर जो भी है...सब थोड़े थोड़े बुरे है।-
Shuraat hai kuch likhne ki...
Ek koshish h khud ko janne ki...
इतना भी सही नही...नियत का सही होना,,,,
जनाब
यहां पर जो भी है...सब थोड़े थोड़े बुरे है।-
अरे इतना परेशान किसके लिए हो..??
ये कही वही तो नहीं,
जिसको तुम्हारी क़दर तक नहीं...-
Karlo Tum har jatan apni taraf se,
Par Use khyaal tab hi aayega
jab jarurat hogi...
-
किस किताब में लिखा है ??
ज़रा हमें भी दिखाओ
कि उसकी सोच से मिलते हुए ही
ख्याल हो मेरे।।-
साजिशों के हम शिकार हो गए ,
जितना दिल साफ रखा हमने,
उतने ही गुनहगार हो गये।-
वो कहता है
ये 4 दिन की ख़ुमारी है
उतर जाएगी,
रोज़ बात करने की ये जो
आदत डाल रखी है न,
वो भी बहोत जल्द बदल जाएगी।-
मकसद तो दिल के सुकून का था..
कोई मंदिर चला गया तो कोई मधुशाला ....-
कोशिश उन्हें खुश देखने की करते-करते,
पता ही नहीं चला
कब खुद के लिए,
आंसू की मांग कर बैठे।-