Tanvi Verma   (⚘tanvi⚘)
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Joined 13 January 2019


Joined 13 January 2019
19 NOV 2023 AT 21:31

India 💔😢

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6 NOV 2023 AT 16:29

क्योंकि इकरार हमेशा प्यार को ही नहीं दर्शाता,,,,
कभी कभी लोगों की दुर्बलता का भी पर्याय समझ लिया जाता है ।।।।

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3 NOV 2023 AT 17:33

Candivore calibre ..😂

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27 OCT 2023 AT 8:21

To grow day after day...

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22 OCT 2023 AT 22:44

हाय,,,,,,,,,,,,, मजेदार ।।।।। 🥰🥰

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21 OCT 2023 AT 22:21

उनका तो काम है कहना,,,

उनको अनसुना कर,,
हमें है कर्तव्य के पथ पर
आगे बढ़ते रहना।।।

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3 OCT 2023 AT 22:55

टूटने का दर्द वो शाख क्या जाने,,
जिस पर हर सावन नए पत्ते उगते हों,,,,

 टूटने का दर्द उन पत्तों से पूछो,,,
जिनका शाख बिना कोई वजूद नहीं ।।।

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11 AUG 2023 AT 20:33

क्यों सबको अच्छा मान लेना खाता हो जाती है,,,
दिल में बसा लेना सांसों पे ज़फा हो जाती है ????

क्यों नादान होकर जीना आसान लगता है,,,
पर रसीदगी खुशियों को तबाह कर जाती है???

क्यों हालात तब ही बस में नहीं होते,,,
जब रातों की नींद कहीं दूर चली जाती है???

क्यों सुबह उठना एक डरावना सपना लगता है,,
जो हमें जिंदगी की हकीकत से रूबरू कराती है???

क्यों खुद को उलझा के रखना पड़ता है,,
क्योंकि खुद से मिलो तो आंसू और तन्हा कर जाती है।।।

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11 MAY 2023 AT 3:02

ज़िंदगी कुछ यूं हो गई है ,,
मानो जी भी रहे हैं,,, और जिया भी नहीं जा रहा ।।।।

बातें लबों पे मय-सी है,,
मानो पी भी रहे हैं,,, और पिया भी नहीं जा रहा।।।

खता की सज़ा कुछ यूं मिली है,,,
मानो मर भी रहे हैं,, और मरा भी नहीं जा रहा ।।।।

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1 APR 2023 AT 21:58

❤️ ख्यालों की कश्ती पे सवार ,
तेरी गलियों से गुजरती,, तेरा ही बस नाम कहती हूं,,,,

सुर्खाब के पर सी खूबसूरती बिखेरे तेरे लबों की एक मुस्कान ढूंढती हूं,,,

पलकें बिछाए एक आहट को तेरी,, चौखट पे सुबहो शाम करती हूं,,,

ए सनम! शामिल कर ले अपने साए में मुझे,, अपनी रूह को भी आज तेरे नाम करती हूं।।।। ❤️

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