वो हर बार हमे समझने का दिखावा करते रहे।
हम ये सब समझकर कुछ भी ना कर सके।।
वो हर बार दूर जाने का अफ़सोस करते रहे।
हम उन्हें खो देने का अफ़सोस भी ना कर सके।।-
Tanvi Singh
(Deepti B Singh)
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ये जो ज़िन्दगी की किताब हैं बाबू मोशाए.इसका हर पन्ना आख़िरी सा लिखो.ना जाने कब साँसों की स... read more
Joined 13 December 2016
1 JUN 2023 AT 17:35
15 MAR 2017 AT 0:11
तुम बिन फाल्गुन भी बीत गया, अब चैत्र भी चेता जाए
जाने कब आओगे तुम, यूँही राह देख धूप से छांव आए..-
4 MAR 2017 AT 18:01
वो इश्क़ में
किसी
और की
चाहत करते रहे
हमें
उनकी
नफ़रत से भी
इश्क़-सा हो गया।।-
1 MAR 2017 AT 10:11
महीन सा ही तो फ़र्क़ था
तुम्हारी नज़र मेरे नज़रिए में
प्रेम तुम्हारे लिए बन्धन था
मेरे लिए बन्धन ही प्रेम था।
-
23 DEC 2016 AT 13:25
उसका मुझे मानना
और
फिर ख़ुद रूठ जाना
उसकी इन अदाओं पे ही
ना जाने क्यों प्यार आता हैं।।-
18 APR 2021 AT 1:22
City love stories like that only
It starts from traffic and ends at traffic.-
17 MAR 2021 AT 19:35
ज़िंदगी तो बस उन्हें पढ़ने में गुज़ार दी
खुद को पढ़े कभी ये ख़्याल नहीं आया।।-