Twenty-four turning twenty-five
It's a new quest new hive
Full with honey and stinks
Full with joy and sob drinks
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Writer by heart
Suggestion for corrections(critique) are most w... read more
जीवन
दो पत्थर सी किस्मत,
जिससे आग की आस में,
इस ओस की बरसात में,
तुम धधकते उत्साह से,
एक अनजाने उत्सव की,
तयारी करते नहीं थकते।
वो चिंगारी ही जीवन है।-
Memories aren't like mist
That goes away with time
It's more like the smoke
Traces of dry ashes remain there
FOREVER-
इक इक शोर से वाकिफ हूं मैं तुम्हारे
क्या तुम्हें मेरे सन्नाटे की गूंज सुनाई देती है।
जो चलती है हवा छू कर भी तुझे
क्या तुम्हें वो मेरे होने का इत्तिला देती है।
हैं तो बहुत वैसे आरज़ू तुम्हारी
क्या तुम्हें हमारे लिए भी कुछ कहती है।
एक किस्सा सा ही सुनते तुमको
क्या तुम्हें मेरे ठहराव भी कुछ कहते है।
अधूरा
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जो आज ढल गई
रात में बदल गई
कल फिर से आयेगी
बदलाव ही समय की पहचान है
शाम भी मेहमान है।
तुम क्यों हो थकते
क्यूं ये दिल हो छोटा करते
हार तो चंद पल की बात है
शाम भी मेहमान है।-
घुंघुरू की झंकार जो दिन मेरे खुशी से भर गया,
भोले मन से कही जो बातें बचपन याद आ गया,
उसका बाहों में सोना, विनय, प्रेम सब आ गया
विरह में उसकी सूनापन मुझे ये सब भी सुना गया।-