हम रूठ गए और मना भी ना सके तुम..!!
और बात तुमने उम्र भर कि..की थी?!-
ये चुप्पी तुम्हारी चीख - चीख के कह रही....!!
मुझें कोई हक़ नही है, तुम्हे कुछ भी कहने का... 🙂-
तकलीफ सबकी समझ आती है मुझे..!
लेकिन मुझे समझने वाला कोई नहीं...!!
लाख गम दे दो, मुस्कुराना नहीं भूलती मैं..!!
शायद इसलिए मुझे हसाने वाला कोई नहीं..!
थक जाती हूं कभी, सोचती बस आराम कर लूं अब..!!
लेकिन फिर याद आता है, मेरा तो हाथ बटाने वाला कोई नहीं..!!
संभाल लेती हूं खुद हर मुकाम पर..!
क्यूंकि पता है मुझे कि, संभालने वाला कोई नहीं..!!
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तुम्हारे जाने का अब ग़म नहीं हमें.!!
बस बता कर जाते तो अच्छा होता...!!!
समेट लिया है मैंने अब सब कुछ.. अब ख्याल भी है मुझे अपना..!
बस कुछ समझा के जाते तो अच्छा होता..!!!
खैर.! मालूम तो है दूर जाना था तुम्हें..!!
बस ये जता के जाते तो अच्छा होता...!!!-
दिल तोड़ कर अल्फ़ाज़ निकाल ही लिए तुमने...
लो आज.. हमने फिर शायरी कर दी..!!!-
फिर वहीं बातें.. वो ख़्याल क्यों है...?
ये दिल मेरा बेहाल क्यों है...???
क्यों.? चुभ रही हैं तेरी हर बातें जो तूने मुझसे कहीं थी..??
हर वक्त जहन में सवाल क्यों है..??
खुद को उलझा तो लिया है मैंने.. इतने कामों में..
तुझे चाहना, पाना तुझे है बस..!!
दिल में मेरे ये हड़ताल क्यों है...??
क्यों हम यूं रातो को सो नहीं पाते..?!
क्यों ये यादों के सिलसिले कहीं खो नही जाते...!!
तेरे लिए मेरा इश्क़ इतना बेमिसाल क्यों है..!?
ना सोचना.. सोचकर भी तू दिमाग से जाता नहीं है..!!
तेरे बिना मेरा ये हाल क्यों है...???
काश! तू फिर हो साथ मेरे...
मेरी बातों में, रातों में...
उफ्फ..!! तू तो भूल गया सब..
तेरे मेरे रिश्ते का यूं इंतकाल क्यों है..????
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Mujhe tujhse pyar hai ye chupau kaise...!
Ye itra h jo havao me ghul hi jata hai....!
❤️-
डरती हूं तुम्हे सब कुछ कह देने से!!!
कहीं तुम छोड़ के चले गए तो!!!😔
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मालूम है, तुम अकेले भी लड़ सकते हो इस दुनिया से!!!!
लेकिन मेरा साथ मांगों तुम, तो बात कुछ और हो!!!
कुछ दबा सा दर्द छिपा है, कहीं तुम्हारे मन में!!!
कभी मुझसे भी कहो, तो बात कुछ और हो!!!
परेशान हू मै तुम्हे परेशान देख कर!!!
तुम भी समझ सको मुझे, तो बात कुछ और हो!!!
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!!! उतार - चढ़ाव!!!
ये जीवन के उतार - चढ़ाव,
दे जाते है, ना जाने कितने घाव!!
ये ज़िन्दगी इतनी आसान नहीं है,
कहीं धूप है, तो कहीं छावं!!
ये जीवन के उतार चढ़ाव,
खेल जाते है, ना जाने कितने दावं!!
जीवन की कसौटी पर तो,
गिर जाते है, अच्छे अच्छो के भाव!!
हां.. मौसम खराब तो है कुछ,
पर घटा छट भी जाएगी...!!
रखना है बस हिम्मत हमें,
अन्धकार है अभी तो, उम्मीद भी छाएगी!
फिर... एक रौशनी मन के दरवाजे तक आएगी.!!
भर देगी रफ्तार वक्त का ठहराव.!
ये जीवन के उतार - चढ़ाव,
दे जाते है, ना जाने कितने घाव.!!!
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