मुझे मेरे ख़्वाब चाहिए
थोड़ा नहीं पर पूरा आसमान चाहिए
यूँ तो मैं खुद में ही मशगूल रहती हूँ,
पर रास्ते में कुछ राही मिलें
तो उनका साथ चाहिए ।।-
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पहचान
मेरी पहचान किसी इंसान से नहीं
माता, पिता, भाई या बहन, दोस्त, यार, रिश्तेदार
किसी मूर्त, अमूर्त से नहीं
तो क्या फर्क पड़ता है
तो क्या फर्क पड़ता है, कि मुझे कौन जानता है?
और किसे फर्क पड़ता है, कि मुझे कौन जानता था?
जानता था तो कौन मेरी मौत पर मेरे लिए रोया था?
और किसने मेरे पीछे मेरी मौत की दुआ माँगी थी ।
खैर, सिर्फ मैं थी मेरे लिए
मेरी ख़ुशी में, ग़म में, दर्द में, मातम में
तो क्या फर्क पड़ता है, कि मुझे कौन जानता है?
कोख से कब्र तक ये सफर बस यूँ ही बीतेगा
लोग मिलेंगे और बिछड़ते जाएंगे
पर मुझे ही खुद के लिए रुकना पड़ेगा
रोना पड़ेगा, हँसना पड़ेगा
बस मुझे ही मेरे लिए जीना पड़ेगा।।-
तेरी आहटों की तस्वीर हूँ मैं
तेरे होने से संवरती हूँ ।
तू मेरे ख्वाबों सा सही
मैं तेरी खुशबू की नुमाइश हूँ।।
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Resolutions 2025
1. चीज़ें वैसे ही रहती हैं बस उनके रूप बदल जाते हैं, लोग बदल जाते हैं ।
2. किसी बेहतर की चाह में या किसी को छोड़ना बेवकूफी है, क्योंकि बेहतर तो कुछ होता ही नहीं ।
3. दुनिया में सभी लोग बुरे नहीं होते कुछ नए दोस्त बनाना भी बेहतर है, ख़ासकर लड़कियाँ ।
4. आप सबको ख़ुश नहीं कर सकते, कोई-न-कोई हमेशा रहेगा जो आपके सब कुछ करने पर भी नाराज़ या नाखुश रहेगा, तो उसे वैसे ही रहने दो ।
5. ज़िंदगी का एकमात्र सत्य है, मशान सब वहीं से आए हैं और सब वहीं जाएंगे ।
6. एंटी- डिप्रेशन पिल्स से कुछ नहीं होता, केवल आप ही खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से भर सकते हैं ।
7. खुद की भूख मिटाने के लिए इंसान सब कुछ सहने को तैयार हो जाता है, तो ज़्यादा गाँठ नहीं बांधे बस समय का इंतज़ार करें ।
8. बेहतर कुछ भी नहीं है, जो है वो आज ही है ।
9. किसी का दिल मत दुखाओ और दुखाओ तो माफ़ी मांग लो, माफ़ी मांगने वाला छोटा नहीं होता और माफ़ करने वाला बड़ा बन जाता है ।
10. मोहब्बत करो, इश्क़ करो, प्यार करो और टूट के करो.....
क्योंकि "ये इश्क़ नहीं आसान बस इतना समझ लीजिए,
एक आग का दरिया है और डूब के जाना है।।"
So Let go, Let go, Let go
Forget everything, Forgive everything
Be humble and give your Best!
Live on the Present coz the Present is a Gift.
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दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं,
एक वो जो सच में देख नहीं सकते
और दूसरे वो जो देखकर, समझकर अंजान बने रहते हैं ।।-
जंग तो बरसो से कायम है,
कभी विश्व युद्ध तो कभी खाड़ी युद्ध,
इंसान के भीतर भी एक जंग-सी चल रही है।
सीने में एक बोझ लिए इंसान बस चला जा रहा है
क्योंकि हर जंग शोर नहीं करती
और जो ख़ामोश रह जाती है, वही कविता बन जाती है।।-
समय हर बात का साक्षी है
उसके स्नेह का, उसके प्रेम का
उसके कर्तव्य पथ पर किए हर कार्य का साक्षी है।
साक्षी उस बात का, जो वो कह न पाया
उसकी आँखों से बहे उन आँसुओं का साक्षी है।
सत्य को प्रमाण क्या, झूठ को स्वांग क्या
सत्य सामने आएगा, अप्रत्यक्ष-प्रत्यक्ष हो जाएगा ।।
गर समय आधार मांगता है
समय प्रमाण मांगता है,
इसके, उसके, मेरे, सबके किए का हिसाब मांगता है,
वो यहीं आएगा, कल रुका था आज चलेगा
आज थका है, कल बढ़ेगा
क्योंकि समय हर बात का साक्षी है ।।-
पन्ने मेरे हाथों से लिखे, मन के किरदारों से बुने
किरदार कुछ बनते तो कुछ बिगड़ते
कुछ बस यूँ ही रास्ते का सफर बन जाते
और कुछ पल भर का साथ निभाकर चले जाते
हर किरदार अपनी रचना करता या मैं उसकी
अपनी उसी कलम से जिसे मैं हमेशा थामे रखती
कहानियों को ढूँढ़ते हुए, कविताओं को गढ़ते हुए
बस मन ही मन बुनती
कोई कहे कभी कहने को
तो शब्द ज़ुबान तक आकर रुक जाते हैं,
पर ये दिल फिर से शब्द बुनने लगता है
फिर उन ख्यालों में खोने लगता है।।-
मैंने खुद को रचा
एक अनकही ख्वाबों की रचना
रचना में सब कुछ लिखा
मेरा नाम, मेरी कहानी
मेरी कहानी जिसमे वक्त दर वक्त कोई आता रहा
कोई खुद को अहम तो कोई यूँ ही बेजुबा पाता रहा
एहसास हुआ कि हम खुद को ही खोने लगे
सबको बना अहम अपने को कमतर आँकने लगे
ये तेरी कहानी है तनु, सोचकर अपने शब्दों से टकराने लगे
किसी की दो वक़्त की बयार को हम अब धुएं में उड़ाने लगे।।
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