सॉरी,
शब्द छोटा सा ,
पर इसकी अहमियत तब समझ में आई
जब किसी अपने की 'सेल्फ रिस्पेक्ट' ,
हमारे रिश्ते के बीच आई!!
यूं ही बेवजह नाराज नहीं होती तुमसे ,
पर इस बार सच में दिल दुखा था मेरा ,
कसम से !!
और कुछ नहीं तो एक बार गले लगाकर हाल ही पूछ लेते ,
एक सॉरी की ही तो बात थी यार, बोल देते !
गलती तुम्हारी हो या मेरी ,
पर रिश्ता तो हमारा था ना ,
हर बार मनाती ही थी ना तुम्हें,
क्या एक बार मेरे खातिर झुकना,
इतना मुश्किल था ???
खफा थी तुमसे , बेवफ़ा नहीं,
एक बार प्यार से मनाके देखते तो सही!!! हर पुरानी बात भुला ,
तुम्हारा हाथ थाम लेती,
तुम कोशिश तो करते ,
एक सॉरी की ही तो बात थी यार, बोल देते!!!
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