दौड़ चाहे कितनी भी लंबी हो
जीतेगा वही जो दौड़ेगा
~तनिश-
मैं लिखता हूं जो आता है मेरे जेहन में
कुछ यूं ही पढ़कर के ... read more
कहते है प्यार और जंग में सब जायज है
मगर शायद ये झूठ है..., क्योंकि
जंग में अपनो का साथ लेकर दूसरों को हराया जाता है
और प्यार में दूसरों का साथ लेकर अपनो को हराते है
~तनिश
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मैं जिंदा हूं मेरी कश्ती का साहिल नहीं मरा करता
जमाना अपनी कहता पर मेरी कहना नहीं पड़ता
~तनिश-
सजा लिए है कुछ ख्वाब मशहूर मेने
हम राजी है अब साथ चलने को तेरे
अब न टूटे ये डोर संग बांधी जो तेरे
इतने मजबूत कर लिए है इरादे मेने
~तनिश
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मीठी मीठी बातों में उलझा लेती हो
जुल्फों की छांव में छिपा लेती हो
बात होती है जब हीर रांझा की तो
मेरे नाम से अपना नाम जोड़ लेती हो
~तनिश-
मीठी सी हमारी तुम्हारी कहानी हो जाए
प्रेम के इस रंग में थोड़ी मिठास घुल जाए
चूम लो जो तुम अपने होठों से जरा सा
चॉकलेट सी मीठी तुम्हारी बातें हो जाए
~तनिश
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मीठी सी हमारी तुम्हारी कहानी हो जाए
प्रेम के इस रंग में थोड़ी मिठास घुल जाए
चूम लो जो तुम अपने होठों से जरा सा
चॉकलेट सी मीठी तुम्हारी बातें हो जाए
~तनिश
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एक नज़र मेरी तरफ भी डालो तो जरा
अपने हाथ में मेरा हाथ थामो तो जरा
करता हूं हर वादा साथ चलने का तेरे
पहले मुझे अपनी इजाजत दो तो जरा
~तनिश
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मैं तुम्हे क्या गुलाब दू , तुम खुद ही एक गुलाब हो
मेरे दिल के बगीचे की, तुम इकलोती बागवान हो
चुन लो जो फूल तुम्हे पसंद आये, मेरे दिल के इस बगीचे का
रख लो पास अपने, इससे पहले कि ये हो किसी अजनबी का।
~तनिश
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