अपने ससुराल में
और मैं खुश रहूँगा अपने मज़ार में-
पर बढते रहना आगे भी।
लक्ष्य हमेशा रखना बडा,
पर जो भी मिले राहों में,
खुश रहना हर हाल में।
क्योंकि जहा कही तक भी तू
पहुँचा है,वहा तक पहुचना भी,
सपना है, बहुत लोगों का।।-
अपने मन को हमेशा शांत रखें
और
बातों को अच्छे से सुनने पर ही जवाब दें।
दूसरों की बातों और लोगों को देखकर जलन महसूस न करें।
मन भी खुश रहता है।-
तुम खुश रहना जहाँ भी रहना
हमारा क्या हैं हम तो तुम्हें सोचकर ही खुश हो जाते हैं।-
जो है उसमे खुश रहना है
अगर कोई हैसियत देखे,
फिर भी कुछ नहीं कहना है...
वक्त एक जैसा नहीं होता हमेशा,
बस हौसला बनाये रखना है....
और आगे बढ़ते रहना है...!!-
चाहे कानपुर रहना या तुम इलाहाबाद रहना,
बस यही दुआ है कि तुम आबाद रहना,
मेरी न हो सकी, कोई बात नहीं,
जिसकी भी हो जाओ तुम,
बस उसकी वफ़ा,
याद रखना..-