सन् उन्नीस सौ निन्यानवे और छब्बीसवीं जुलाई थी।
हिंद देश की विजय पताका शान से फिर लहराई थी।।
टाइगर हिल पर चढ़ बैठी थी गीदड़ सेना शत्रु देश की।
तोलोलिंग की चोटी पर भी उसने नज़र गड़ाई थी।।
था कठिन बड़ा ही युद्ध और हालात भी थोड़े मुश्किल थे।
लेकिन भारतीय सेना ने अप्रतिम शक्ति दिखलाई थी।।
भूल गए थे जो सीमाएं और पुराने परिणाम सभी।
उनको एक बार पुनः हमने एकहत्तर याद दिलाई थी।।
धूल चटाकर दुश्मन को गर्वोन्नत भारत भाल किए।
वो विजय श्री एक बार हमारे हिस्से फिर से आई थी।।-
26 JUL 2020 AT 18:05