" अब उमर हो गयीं ज़ालिम,
और कितनी दुवाएँ करेगा..."-
22 OCT 2021 AT 13:18
" जबसे तेरें होंठो का रंग लगा ज़ालिम,
अब और इश्क़ लड़ा नहीं जाता..."-
15 APR 2022 AT 9:58
"आजकल उनको किसी और में रब दिखता हैं,
ज़ालिम क़भी ज़माने में हम भी रब थे..."-
4 MAY 2022 AT 18:01
उन जालिमों के आंखों पर पट्टी बांध रखीं हैं
भगवान को अपनी करतुत़ से बचा नहीं
पाया।-
22 OCT 2021 AT 22:08
" सब ढुंढा रे क्या रह गया शमशान,
ज़ालिम को न मिला अभी तक राधा का घनश्याम..."-
7 JUN 2022 AT 23:08
"उनसें मिला तो ख़ुदा पें यक़ीन आया,
ज़ालिम ज़ुदा हुआ तो कर्मों पें तरस आया..."-
27 APR 2022 AT 17:25
"अब इश्क़ हुआ हैं तुमसे ज़ालिम,
जाने कौन सा रंग लाएगा,
चलो, जो होगा देखा जाएगा..."-
22 OCT 2021 AT 12:59
" अब चौराहें पर गलें मिलों या बंद कमरों में,
ज़ालिम ज़माने में रूह के ख़रीदार नहीं मिलतें..."-