मस्ती थी अमीरी की, महेलो से मकांन थे
इतर के दिये कि थी रोषनी जिनके घरों मे
पचती थी किमती शराब जहाँ करोडों की
खाक मे मिल गए वो नवाबां बडे बडे।
गुरुर था जिनको अपनी ताकत पर बहोत
आती थी जिनके हरकतों से पैसों कि महेक
मुह मे गालियाँ और भाषा थी करोडों की
खाक मे मिल गए वो अमीरां बडे बडे।
#शारंगधर ...-
21 APR 2019 AT 16:25
5 MAY 2019 AT 19:56
चाहे जितने अमीरों नवाब हो तुम
चाहे रहो महलों मे या जुग्गीयो मे
आखिर सब मीट्टी हो जाता है। 1
चाहे हो हीरे हो या जोहरात
चाहे सोना चांदी हो या पैसा
आखिर सब मीट्टी हो जाता है। 2
चाहे खुबसूरती हो या मदमस्त जवानी
चाहे पीडा हो या दर्द हो या प्यार कि कहानी
आखिर सब मीट्टी हो जाता है। 3
चाहे वासना हो या प्यार हो या हवस
चाहे कमनीय हो या हो बलदंड शरीर
आखिर सब मीट्टी हो जाता है। 4
#शारंगधर...-