सुनो तुम्हारे हमारे दरमियां ये जो दूरियां हैं
जानते हैं तुमहम जितनी मजबूरियां हैं
क्यूँ बिना कुछ भी कहे जान लेते हैं
चेहरा भर देखकर ही सब मान लेते हैं
क्यूँ यूं ही सब बात समझ आ जाती है
क्यूँ यूं ही फिर बेरंग हंसी भी आती है
क्यूँ बिना बात किए सब बात बन जाती है
क्यूँ हर बात बस यूं ही समझ आ जाती है
क्यूँ तुम नहीं जानते ये आँखें बोलती हैं
या यूं ही नहीं मानते के ये राज़ सब खोलती हैं
हमारी तुम्हारी हर हसरत, हमारे हर जज़्बात को
ये आँखें जान लेती हैं हर उस बात को
जो कहीं दिल के वीरान कोने में दबी बैठी हैं
समेट रखीं हैं हमने तुमने तमाम बातें
कई ढीठ जिनमें और कई हमसे कुछ ऐंठीं हैं
❤️❤️
शम्S
-
17 SEP 2021 AT 21:09
6 SEP 2020 AT 17:49
रहने दे यूं ही आगोश में उनके
किस बात की जल्दी है तुझे
ऐ शाम ज़रा धीरे धीरे गुज़र
हमको भी ज़रा हो जाने दे बेखबर
❤️❤️
शम्S-
11 AUG 2020 AT 20:07
यूं मसरूफ तो नहीं थे हम
मगर अब क्या करें
ये जानिबदारी तुम्हारी मोहब्बत से
जा ब जा मशहूर हुई है आजकल
❤️❤️-
27 SEP 2020 AT 10:53
चल आज
कुछ अपनी सुना कुछ मेरी सुन
कुछ किस्से चल आज फिर लें हम बुन
सुन
कभी तो चाँद तारों के हम पार चलें
कभी तो हम साथ साथ एक बार चलें
कहीं तो सूकून कहीं तो मंज़िल मिले
चल कहीं चलें जहां ज़िंदगी से मिलें
कोई मुकाम कोई डगर तो हो
हम साथ हमडगर हमसफर तो हों
यूं ही लड़ते यूं ही हंसते
चल चलें हम तुम यूं ही आगे बढ़ते
❤️❤️-
13 SEP 2020 AT 18:58
मलंग थी फिरती मोहब्बत में जिसकी
कह दो उसे के अब संभलने लगीं हूँ
❤️❤️
शम्S-
22 AUG 2020 AT 15:22
इस सब का हिसाब तो
वो रखेगा
मिलेगा उसी हिसाब का
तू जैसे करम रखेगा
❤️❤️
-
3 SEP 2020 AT 12:08
आबाद रहें बरबाद रहें
बस तेरे दम से
इन हाथों में तेरा हाथ रहे
बस उसके करम से
❤️❤️
शम्S
-