#विवेका
विश्व धर्म सम्मेलन में भाइयों-बहनों के हृदय छुए
सौभाग्यशाली भारतवर्ष अवतरित जहां विवेक हुए
मुझे गर्व मैं उस संस्कृति से, जिसने सबको अपनाया
शेष बचे पारसियों को भी, गले लगा कर बढ़वाया
युवाओं की प्रेरणा, हो विद्यार्थियों का प्रकाश
विचारों की क्रांति,हो संभावनाओं का आकाश
आपका विचार उत्साह भर देता है
मार्ग प्रशस्त कर आनंदचित कर देता है
है अंतःकरण में ही ईश्वर और इंसानियत ही धर्म है
परहित करो,दूसरों के लिए जीना ही कर्म है
एक संकल्प लो और जीवन में बढ़े चलो
विद्यार्थियों के उदाहरणार्थ-मार्ग तुम गढ़े चलो
संकल्प सिद्धि और युवा शक्ति का कोष
गुँजा दिया इस सृष्टि में, भारत का जय घोष
गुरुजन के भी गुरुदेव,न सन्यासी ऐंसा देखा
हमारे हृदय में आजभी हैं हमारे विवेका।-
12 JAN 2021 AT 14:46