#Warrior
It takes •Devotion,It takes •Courage,
Should have •Patience as the Sage,
Cross Your •Aukat & Break Record,
You are Warrior with red Sword,
Be •Persistent & Leave celebration,
To prove yourselves its best occasion,
Todays Guts Will be tomorrows Glory
You gonna Rock man with Stormy Story.
Don't worry You are the #WARRIOR
Have consistency victory is near.-
मां वीणा वादिनी की वंदना कुछ ऐसे संस्कार हूं"
#Incredible
Take Decision Ignore the Outcome,
I can't satisfy there will be some,
I'll not change myself its My Choice,
Personality speaks Don't raise Voice,
Shout I am Worst or am the best,
My Perception nevers depends on rest,
Warrior are those who Enjoy the pain,
They knock me down I get up again,
You are you, stay that way,
Never let yourself fade away,
I am Unbreakable-Unshakable-Unstoppable
This is The way am INCREDIBLE.
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#TheWayUAre
You are Awesome the way You are,
Ardent,Valorous & Bold few are,
Imperfection is our Ornament,
Everybody has their own scent,
Live unique Never Die copy
Be Blatant never be floppy.-
#कृषि_छात्र
हम मध्य प्रदेश के छात्र हैं साहब हमें लंबा इंतजार करना होता है,
सालों में नजर आते हैं PEB-किनारे बड़ी मशक्कत से पार करना होता है,
घोटालों की तकलीफ में छात्र रोता है तो रोता है,
मध्यप्रदेश शासन है साहब ये कुंभकरण सा सोता है,
हम छात्र साहब हमें राजनीतिक पार्टी कोई से वास्ता नहीं,
हम आंदोलन के लिए मजबूर हैं हमें दिखता कोई रास्ता नहीं,
उन्नत किस्में और टिकाऊ कृषि का निर्माता है कृषि छात्र,
ऐसे घोटाले ऐसे फर्जीवाड़े बंद हो कराहता है कृषि छात्र
हम मध्य प्रदेश के छात्र हैं साहब हमें लंबा इंतजार करना होता है
सालों में नजर आते हैं PEB-किनारे बड़ी मशक्कत से पार करना होता है।-
#महादेव
आशुतोष शशांक शेखर चंद्रमौली चिदंबरा
हे त्रिलोक नाथ शंभू हे शिवाय शंकरा
एक दूजे के ईष्ट एक दूजे के ध्यान में
मगन है शिव-केशव के, केशव-शिव के ध्यान में
जटा भुजं गपिंगल स्फुरत्फणामणिप्रभा-
श्रद्धामय में पुकार हो तो सुनते है शिवाय शंकरा
कदंबकुंकुम द्रवप्रलिप्त दिग्वधूमुखे
दरबार आपका हो महादेव जहां ये सर झुके
शिव का अर्थ तप है न भांग और न चिलम
नीलकंठ ने विशपान भी किया क्यों भूल जाते हैं हम
केदारनाथ की यात्रा और महांकाल सरकार
मंत्रमुग्ध हो जाते हैं उस झलक से हर बार
ऐश्वर्य त्याग दुनिया का शिवालय कैलाश लिया
अमृत सभी में बांट के प्याला विष का तूने खुद पिया
नहीं कहते महादेव की उन पर दूध अर्पित हो
बाहर भूखे बच्चे को कुछ तो समर्पित हो
भस्म रमाये ध्यान लगाए बीच समाधि बैठा मौन है
बंद है आंखें देख रहा सब जाने वो कैसा कैसा कौन है।-
उत्साहवान होता है हर दिन, हर एक रात हँसती है
देखकर माँ को खुश, सारी कायनात हँसती है ||
माँ से बड़ा कोई धर्म ना हुआ है, ना होगा कभी
माँ के सामिप्य को पाकर, हर जात हँसती है ||
माँ ही जगत जननी,माँ ही अदभुत जीवन है
आकर माँ की कोख में, जिंदगी की शुरुआत हंसती है ||
माँ के चमत्कारी स्पर्श से,हर जख्म खुद भर जाता
माँ के अदभुत आशीर्वाद पाकर,हर गात हंसती है ||
माँ के इशारे पर,फरिश्ते भेजते हर खुशी आँगन में
आकर माँ की पनाहों में,रहमतों की बरसात हंसती है ||
माँ के आशीष दिखाते,औलाद को राहें कामयाबी की
माँ की आज्ञा पाकर,दुआओं की बारात हंसती है ||
((नीरज))-
#विवेका
विश्व धर्म सम्मेलन में भाइयों-बहनों के हृदय छुए
सौभाग्यशाली भारतवर्ष अवतरित जहां विवेक हुए
मुझे गर्व मैं उस संस्कृति से, जिसने सबको अपनाया
शेष बचे पारसियों को भी, गले लगा कर बढ़वाया
युवाओं की प्रेरणा, हो विद्यार्थियों का प्रकाश
विचारों की क्रांति,हो संभावनाओं का आकाश
आपका विचार उत्साह भर देता है
मार्ग प्रशस्त कर आनंदचित कर देता है
है अंतःकरण में ही ईश्वर और इंसानियत ही धर्म है
परहित करो,दूसरों के लिए जीना ही कर्म है
एक संकल्प लो और जीवन में बढ़े चलो
विद्यार्थियों के उदाहरणार्थ-मार्ग तुम गढ़े चलो
संकल्प सिद्धि और युवा शक्ति का कोष
गुँजा दिया इस सृष्टि में, भारत का जय घोष
गुरुजन के भी गुरुदेव,न सन्यासी ऐंसा देखा
हमारे हृदय में आजभी हैं हमारे विवेका।-
#पढ़ो तो
पढ़ो तो संस्कारों का सागर है
लिखा मैंने कुछ कुरीतियों को उजागर है
पढ़ो तो दहेज-पर्दा-विधवा प्रथा का अंत लिखा
जब शिक्षित युगल साथ आए तो उनके लिए प्रेम अनंत लिखा
पढ़ो तो समाज में एक बदलाव लिखा है
अविष्कार होंगे नोबेल प्राइज का ख्वाब लिखा है
बेटी को यह मत बोलो कि सम्मान का ध्यान रखना
बोलो बेटे को कि गर बाहर बेटी मिल जाए तो उसका मान रखना
पढ़ो तो एक सुशिक्षित-सुशांत-समाज लिखा है
सुशिक्षा लिखी अब ना कोई रीति रिवाज लिखा है
अगर आप ये पढ़ सकते हो तो मैं लिख सकता हूं
समानता की गूंज हूं जैसा देखोगे वैसा दिख सकता हूं।
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विभूति वह नहीं जो सफल है विभूति तो वो है जिसके शब्दों से आपके विचार प्रगतिशील हो रहे हैं।
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#एक_किसान_हूं🌾
नहीं लाचार हूं क्योंकि मैं मेरा स्वाभिमान हूं
गर्व है मुझे कि मैं भी एक किसान हूं,
अधिकारों से वंचित करोगे तो आंदोलन आएगा
किसान कब उसके उत्पाद का उचित मूल्य पाएगा?
कुछ हालातों से भड़की क्रांति हूं
बहुत हुए आक्रोश-आंदोलन,मैं भी चाहता शांति हूं,
शीघ्र ही किसान मंडी और समर्थन मूल्य अधिकार पाएगा
श्रेष्ठ प्रधानमंत्री हो आप राष्ट्र में न जाने कब ऐसा प्रधानमंत्री आएगा?
नहीं लाचार हूं क्योंकि मैं मेरा स्वाभिमान हूं
गर्व है मुझे कि मैं भी एक किसान हूं।-