#रौशनी_और_फूल
एक रौशनी की किरण
जो खिड़की से झांक रही है,
उसे आईने में बढ़ाया जाए।
गुम अंधेरों का तार्रुफ रौशनी
से कराया जाए।
कुछ जर्रे जो दफ्न हैं
गर्दो गुबार में,
उन्हें रौशनी से नहलाया जाए।
कुछ सूखे फूलों को,
किताबों से निकाला जाए।
उसकी यादों को यूं ही,
एक बार दोहराया जाए।
#नई_स्याही
#10/04/2021
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10 APR 2021 AT 10:01