मित्र रेखा शर्मा पचौरी जी... शायद कोई सा दिन जाता हो जब आपकी Quotes का इंतजार ना रहता हो। आपके छोटे छोटे मन को छू लेने वाले Quotes बहुत सरलता से मन को भेधते हुए निकल जाते हैं। मैं खुद भी हैरान हूँ क्यों मैं बार-बार आपके Quotes पर रियेक्ट/कोलाब करता हूँ।
रेखा जी... आपकी यही खूबी है कि आप अपने पाठकों को खुद से जोड़कर चलती हैं। ऐसा लगता है कि उनका आपसे कुछ दिनों का नहीं वर्षों का नाता है।
प्रभु से प्रार्थना है आप इसी भांति अपने पाठकों एवं चाहने वालों को कृतार्थ करती रहेंगी।
अभिनंदन।-
28 MAR 2021 AT 20:09