लोकेश हिन्दुस्तानी 15 FEB AT 16:55 !महाकुंभ!धन्य हुआ मैं पहुंचा प्रयाग, मन को निर्मल करने कोसंगम में यूं डुबकी लगाई, मेरा सबकुछ समर्पण ईश्वर को -