पढ़त पढ़त बोरिया बिस्तर
ना कुछ होबत ये भाई
बीतत जीवानी मोरया ये भाई
ना मिलत मोरया लायके कोई कमाई-
14 NOV 2020 AT 12:34
6 JUL 2021 AT 20:54
यहाँ-वहाँ शेरों-शायरी करने से महबूब नहीं मिला करते हैं..
उठाओं अपना बोरिया-बिस्तर..
और करों हजारों साल तपस्या हिमालय पर्वत पर..😉-