मेरे मालिक इन भरे बाजारों से क्या होता है?
रोटीयां नसीब नही जिनको बेचारों का क्या होता है?
दुनियां जिसे घर कहती है चारदीवारों से क्या होता है?
जो बेघर घूमते हैं बंजारों का क्या होता है?
ख़ुदा -या- इन ऊँची-ऊँची मिनारों से क्या होता हैं?
जिनका कोई सहारा नही बेसहारों का क्या होता है?
रोज आती जाती इन सरकारों से क्या होता है?
जो दर बदर भटकते बेरोजगारों का क्या होता है?
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30 SEP 2024 AT 8:24