आत्म स्वाभिमान बेंच खाया
तिरस्कार को पीता हूँ
पेशे से बेरोजगार हूँ
समझौतों पर जीता हूँ।।-
10 JAN 2019 AT 22:16
1 JAN 2019 AT 20:40
किताबों के ढेर पर खड़ा होकर,
चिल्ला रहा है नौजबान!
बेरोजगार हूँ मैं
रोजगार तू हैं कहाँ??-
3 FEB 2022 AT 0:24