Babu Gangiya 17 MAY 2018 AT 8:11 मन्दिर मस्जिद में जिसे रुष्ट पाता फ़िर वो हर जगह कैसे मिल जाता - Babu Gangiya 16 MAY 2018 AT 7:16 एक दरिया मैने भी मन मे छिपा रखा हैदिखता नही पर अक्सर वो फुट पड़ता है मेरे सुख दुख में!! - Babu Gangiya 15 MAY 2018 AT 7:17 हर बार दुआ ही दवा बने ज़रूरी नहीआग लगें और धुँआ उठे ज़रूरी नही - Babu Gangiya 8 MAY 2018 AT 17:42 ग़र ज़मी ज़िन्दा है तो क्या आसमान मरा हैया ग़र आसमान ख़ाली हैफ़िर ज़मी में क्या भरा है - Babu Gangiya 14 MAY 2018 AT 8:40 गुड़ की गुदगुदी भी तो मिठास तक ले जाती हैफ़िर सांसे क्यों अपना हिसाब हर सांस के बाद वापस ले जाती है!! - Babu Gangiya 8 JUN 2018 AT 6:17 मंजिल को तू अपनी उफ़्ताद न समझ "अदम्य"सफ़र में सूरज कोे भी अंधेरों से गुजरना पड़ता हैं - Babu Gangiya 7 JUN 2018 AT 5:44 सफर वही , मंजिल भी पुरानी हैदरिया भी वही,पर दिल तूफानी हैं - Babu Gangiya 9 JUN 2018 AT 6:59 छलक जाते हे आंसू भी आँखों केजब ख़ुद से ही मन भर जाता है !! - Babu Gangiya 31 MAY 2018 AT 6:29 तुम मन भर कर प्यार बटोर लेना,इश्क़ जलने पर धुँआ नही उठता - Babu Gangiya 25 MAY 2018 AT 8:20 उजाले की ही आड़ लिये में अंधेरा खंगालते चलता हुअंधेरो से निजात पाने में उजाला साथ लिये चलता हु -