" बहुत प्यार करता हूं "
( पार्ट-1)
सामने तुम्हारे आते ही ये चेहरा बोल उठता है,
मन मंदिर के सब कपाट खोल उठता है।
उत्सुकता की राह में किस गली जा रहा
मै नही समझता हूं,
गलत राह जाने पर तुमसे ही मै संभलता हूं।।
कभी छुपके से तेरी फोटो का दीदार करता हूं,
हां प्रिये मै तुमसे बहुत प्यार करता हूं।।-
7 MAY 2020 AT 12:26
2 DEC 2021 AT 20:25
हमें "निस्वार्थी" बनना था।
इसलिए हमने "अध्यापन" चुना।।
बात कमाल की है कि,
"अध्यापक" बनकर भी हम
मतलबी कहलाये।।
#पार्ट_1
~~रोहन वर्मा-