लहरा लो तिरंगा प्यारा ये भारत की है शान ।
इसमें बसी है देखो , हर भारतीयों की जान ।।
अनेकता में एकता का यह परिचायक है ।
तीन रंगों का बना तिरंगा कितना निराला है ।।
ये रंग बसंती वीरों का , जो कुर्बानी सिखाती है ।
राम की महिमा गाती केसरिया , वीरता की पहचान है ।
श्वेत रंग है मध्य में , सत्य कर्म शांति द्योतक ,
सदा सेवा भाव बताता , प्रभु यीशु की पहचान है ।।
हरा रंग मेहनत का सूचक , देश की बुनियाद है ।
धरती की शोभा हरियाली , रहीम की कुरान है ।।
रुको न तुम झुको न तुम , चलते रहो चलते रहो ।
तिरंगे पर बना अशोक चक्र , करता हर पल यशोगान है ।।
लहरा लो तिरंगा प्यारा ये भारत की है शान
इसमें बसी है देखो , हर भारतीयों की जान ।।-
माँ के प्यार की तरह बूँदों की छुअन
स्नेह से भरी शीतल और सुखद ।
हर लेती है सभी ताप और संताप
देती है एक सुकून भरी एहसास ।।
पाकर बूँदों की छुअन खिल उठता है तन मन,
जैसे नवजात शिशु को मिल गया माँ का स्पर्श ..!!-
देखकर तुम्हें , दिल में खिला है फूल प्यार का ।
कैसे बताऊँ तुम्हें , मिलता नहीं कोई तरकीब इजहार का ..!!-
हिन्दी है शब्द सिन्धु ,गहराई अनन्त हैं ।
भाषाएँ सभी नदियाँ , इसमें समाहित है ।।
हिन्दी से सीखा मैंने सबको गले लगाना ।
प्यार की खुशबू से जीवन को महकाना ।।-
देखकर मधुर मुस्कान तेरी,
बढ़ रही है धड़कन मेरी ।
बह रहा है लहू धमनियों में बिजली की तरह ,
यूँ करीब आकर , तड़पाओ न मुझे इस तरह ।-
मैं डूबती कश्ती , किनारा है तू ।
मेरे जीने का एक ही सहारा है तू ।।
बिन तेरे मैं कैसे रह पाऊँगी ।
तड़प तड़पकर मैं तो मर ही जाऊँगी ।।
यूँ बीच मझधार , न छोड़ मुझे
वो मेरे प्राणाधार , संग ले चल मुझे ।।-
कभी फूल बनकर खिलते हैं , कभी मोती बनकर झरते हैं ।
कुछ खट्टी - मीठी यादें , सबके दिल में रहते हैं ।।-
रूह में शामिल है मेरी , वो बनके मेरी बन्दगी ।
उसकी खुशी में है खुशी मेरी , वो है मेरी जिन्दगी ।।-
मेंहदी की तरह , तुम्हारे प्यार का रंग ।
रहकर तेरे संग , रंग गया है मेरा अंग-अंग ।।-
तू ममतामयी माता , तू करुणा की देवी ।
तुझमें चंडी की तेज है , तुझमें दुर्गा की शक्ति ।।
जहां तेरी ममता की छाँव पड़े , वह घर जन्नत हो जाए ।
पढ़े अगर टेढ़ी नजर , वो धरती बंजर हो जाए ।।
नारी तेरे कितने रूप .. नारी तेरे कितने रूप ...
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