इस भारत की धरती को हम शीश झुकाए बैठे है
इसके गौरव गान को हम सब शीश नमाये बैठे है
पुरावृत्त के हर पन्ने पे ताज सजाए बैठे है
हम तो अपने रक्तो से जी तिलक लगाएं बैठे है
सर पे केसरी बाना पहने शौर्य बताये बैठे है
तीर धनुष संग तोपो की मशाल जलाये बैठे है
मातृभूमि की रक्षा को सीना ढाल बनाये बैठे है
बली चढ़ाने शत्रु की हम थाल सजाए बैठे है
#सेना
#थल_जल_नभ-
5 MAY 2020 AT 22:57