ऋषभ दीपा चोलकर 9 JUL 2017 AT 11:10 शब ए सुबह तू थी जीने की वज़ह तू थी।इक हर्फ़ तक नहीं निकाला तूने,शायद दिल लगाने की सज़ा यूं थी। - Pooja Arora 17 APR 2018 AT 19:47 लोगों का कहना है कि अब मैं बदल सा गया हूँ….. अब इन्हे क्या बताऊँ अक्सर टूटे हुए पत्ते अपना रंग बदल दिया करते हैं .. - ऋषभ दीपा चोलकर 21 JUL 2017 AT 21:15 पहचान लोगे तर्स ए अज़ाब में हमें,या मोहब्बत को तुम वार दोगेक्या निभाओगे साथ हमारा तुम,या बेवजह हमें बदनाम करोगेंचलो कह देता हूँ शुक्रिया तुम्हें,इस सफ़र ए मोहब्बत का,पता है ऋषभ को अब तुम, इस सफर को ही तमाम करोगे। - ऋषभ दीपा चोलकर 11 JUL 2017 AT 18:12 क़तरा क़तरा तेरे इश्क़ में बिखर गया हूँ मैं,देख क्या था और क्या बन गया हूँ मैं... - ऋषभ दीपा चोलकर 9 JUL 2017 AT 17:08 मैं ग़ज़ल हूँ मैं नज़्म हूँ शायरी हूँ मैंमैं गीत हूँ मैं लफ़्ज़ हूँ डायरी हूँ मैंपर अफ़सोस उसका ही नही हूँ मैं... - ऋषभ दीपा चोलकर 6 JUL 2017 AT 12:53 नहीं मैं वो ख़ुशबू जो हवाओ में खो जाऊँगा।मैं तो वो फ़िज़ा हूँ जो तेरा साथ निभाऊँगा। - ऋषभ दीपा चोलकर 21 JUL 2017 AT 18:54 एक पल भी तुम बिन खास नहीं होता,यूँ रूठना तुम्हारा बर्दाश्त नहीं होता।यूँ न रूठा करो तुम बार बार,अब तो ऋषभ भी तुम बिन खुशमिजाज नहीं होता। - ऋषभ दीपा चोलकर 23 AUG 2017 AT 22:32 दो चार बातें इस ताज के सामने ही कह दीजियेजो गिला शिकवा है उसमें ही आप रह लीजियेजो गम है हमें हिज्र का चलो हम नहीं कहतेशिकायती लहज़े में आप ही हमारी आँखों से कह दीजिये। - ऋषभ दीपा चोलकर 24 JUL 2017 AT 20:46 ये कागज की कस्ती है जनाब इसे तैरा के तो देखोमुहब्बत भी कहाँ आसान है इसे निभा के तो देखो - ऋषभ दीपा चोलकर 12 JUL 2017 AT 23:59 चुप रहकर भी चुप न रह सके हम,कहकर भी बहुत कुछ, कुछ न कह सके हम... -