अतीत की पन्नो में झांक ने की जुर्रत क्या कर दी
भूले बिसरे यादों ने पुराने जख्म ताजा कर दिए-
कुछ साथ बिताए वक्त रूह में बस गया था
लम्हे गुजर ते गए बीत गए रातें चुपके से
पता है और न मिलेगा वो पल जो साथ बिताए थे
फिर भी एक सुकून सा है, उनकी यादें जो है साथ
उम्र गुजर जायेगा उन के यादों के साथ-
हम ने लिखना शुरू किया था
वो भी टूटे हुए अपने हिंदी के ज्ञान के साथ
बात थी जरा पुरानी, पर हम तब कहां कम थे
उम्र गुजर गया यूं ही हस ते हसा ते
लोग कहते है अभी लेखक कभी शायर
पर हम तो ठहरे मुशाफिर
भटक गए थे जबानी मैं शायद जब
हम ने लिखना सुरु किया था
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बिखरे लम्हों को न जाने क्यों संजोए चले थे
अंजाम पता था फिर क्यों अनजान बने चले थे-
ढूंढ रहा हूं कुछ पुराने यादों को
धूल का परत सा जम गया हैं न जाने कब से-
कोई समझ नहीं पाया हमें
फिर भी कोई गम नहीं
हमें समझ ने की समझ
उनमें शायद हो ही नहीं-
मां की पास तो एक पिटारा है
खुसियों को बंद कर के
जब जब मांगते हम
निकाल कर खुस कर देते हैं हमें-
I am waiting for my Turn
Not much Excitement
Let's go with the flow
Do your work and stay Happy-
बहुत देर हो गया दिल के बात बताने मैं
प्यार तुम्हे भी था हम से, यह हमें पता ही ना था
किए जो इजहार मोहब्बत तुम से,
तब पता चला तुम भी थे इंतजार मैं हमारे इजहार के
अब जब मिल गए दो दिल बन गए एक जान
साथ निभाएंगे उम्रभर, लिखेंगे अपने प्रेम कहानी
भर देंगे प्यार के हर रंग, बनाएंगे हमारी दुनिया
प्यार होगा बेइंतहा, रहें न दिलों में दुरियां-
होता है महसूस
एक मासूमियत
वही रूहानियत
वो नजाकत
बयां करूं तो
करू कैसे
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