खो गए है हम कहा , रंगों के इस जहां में।
कितने सुंदर लगते है , रंग बिरंगे फूल बगान में।
ये नया भारत है , क्या खूबी है यहां के बेईमान में।
चलो मैं बताता हूं , क्या है मेरे हिन्दुस्तान में।
पिछले कुछ सालो में , ये बदल तो गया है।
अनजाने आफतो से , ये संभल तो गया है।
क्या आज भी लोग होते हैं खड़े तिरंगे के सम्मान में।
चलो मैं बताता हूं , क्या है मेरे हिन्दुस्तान में।
पक्की सड़के आलीशान इमारत और गाडियां,
आबाद इतना की हर दूसरे सेकंड एक नया।
फिर भी देश की रीढ़ बस्ती है किसान में।
चलो मैं बताता हूं , क्या है मेरे हिन्दुस्तान में।
Part - 1-
17 NOV 2021 AT 11:22