मुट्ठी में हो प्रण दिल में
चट्टानी हौसला हो,
मिलकर लड़ेंगे जंग
भगवान का चाहे जो फैसला हॊ..-
25 MAR 2020 AT 14:42
8 SEP 2019 AT 0:26
निखरती है मुश्किलातों में हीं,
अपनी शख्सियत गौतम,
जहां चट्टानी इरादें ही न हो,
वो जिंदगी किस काम की।-
मुट्ठी में हो प्रण दिल में
चट्टानी हौसला हो,
मिलकर लड़ेंगे जंग
भगवान का चाहे जो फैसला हॊ..-
निखरती है मुश्किलातों में हीं,
अपनी शख्सियत गौतम,
जहां चट्टानी इरादें ही न हो,
वो जिंदगी किस काम की।-